Guest guest Posted December 3, 2009 Report Share Posted December 3, 2009 ॠसांई राम कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ की काली छाया दà¥à¤–दायी है, जीवन में घोर उदासी लाई है । संकट को टालो सांई दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ है, तेरे सिवा ना कोई सहाई है । मेरे मन तेरी मूरत समाई है, हर पल हर कà¥à¤·à¤£ महिमा गाई है । घर मेरे कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ की आà¤à¤§à¥€ आई है, आपने कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ मेरी सà¥à¤§ à¤à¥à¤²à¤¾à¤ˆ है । तà¥à¤® à¤à¥‹à¤²à¥‡ नाथ हो दया निधान हो, तà¥à¤® हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ हो महा बलवान हो । तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ हो राम और तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤® हो, सारे जगत में तà¥à¤® सबसे महान हो । तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ महाकाली तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ माठशारदे, करता हूठपà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ à¤à¤µ से तार दो । तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ मà¥à¤¹à¤®à¥à¤®à¤¦ हो गरीब नवाज हो, नानक की वाणी में ईसा के साथ हो । तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ दिगमà¥à¤¬à¤° तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ कबीर हो, हो बà¥à¤¦à¥à¤˜ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ और महावीर हो । सारे जगत का तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ आधार हो, निराकार à¤à¥€ और साकार हो । करता हूठवनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤® विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ से, सà¥à¤¨à¥‹ सांई अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ के वासà¥à¤¤à¥‡ । अधरों में मेरे नहीं मà¥à¤¸à¥à¤•ान है, घर मेरा बनने लगा शà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤¨ है । रहम नजर करो उजड़े विरान पे, जिनà¥à¤¦à¤—ी संवरेगी इस वरदान से । पापों की धूप से तन लगा हारने, आपका ये दास लगा पà¥à¤•ारने । आपने सदा लाज बचाई है, देर ना हो जाये मन शंकाई है । धीरे-धीरे धीरज ही खोता है, मन में बसा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ ही रोता है । मेरी कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ साकार कर दो, सूनी जिनà¥à¤¦à¤—ी में रंग à¤à¤° दो । ढ़ोते-ढ़ोते पापों का à¤à¤¾à¤° जिनà¥à¤¦à¤—ी से, मैं हार गया जिनà¥à¤¦à¤—ी से । नाथ अवगà¥à¤£ अब तो बिसारो, कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ की लहर से आके उबारो । करता हूठपाप मैं पापों की खान हूà¤, जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ तà¥à¤® जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° मैं अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ हूठ। करता हूठपग-पग पर पापों की à¤à¥‚ल मैं, तार दो जीवन ये चरणों की धूल से । तà¥à¤®à¤¨à¥‡ उजाड़ा हà¥à¤† घर बसाया, पानी से दीपक तà¥à¤®à¤¨à¥‡ जलाया । तà¥à¤®à¤¨à¥‡ ही शिरड़ी को धाम बनाया, छोटे से गाà¤à¤µ में सà¥à¤µà¤°à¥à¤— सजाया । कषà¥à¤Ÿ पाप शà¥à¤°à¤¾à¤ª उतारो, पà¥à¤°à¥‡à¤® दया दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से निहारो । आपका दास हूठà¤à¤¸à¥‡ ना टालिये, गिरने लगा हूठसांई समà¥à¤à¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¥‡ । सांई जी बालक मैं अनाथ हूà¤, तेरे à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ रहता दिन-रात हूठ। जैसा à¤à¥€ हूà¤, हूठतो आपका, कीजै निवारण मेरे संताप का । तू है सवेरा और मैं रात हूà¤, मेल नहीं कोई फिर à¤à¥€ साथ हूठ। सांई मà¥à¤à¤¸à¥‡ मà¥à¤– ना मोड़ो, बीच मà¤à¤¦à¤¾à¤° अकेला ना छोड़ो । आपके चरणों में बसे पà¥à¤°à¤¾à¤£ है, तेरे वचन मेरे गà¥à¤°à¥ समान है । आपकी राहों पे चलता दास है, खà¥à¤¶à¥€ नहीं कोई जीवन उदास है । आंसू की धारा है डूबता किनारा, जिनà¥à¤¦à¤—ी में दरà¥à¤¦, नहीं गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¾ । लगाया चमन तो फूल खिलाओ, फूल खिले है तो खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ à¤à¥€ लाओ । कर दो इशारा तो बात बन जाà¤, जो किसà¥à¤®à¤¤ में नहीं वो मिल जाये । बीता जमाना ये गाकें फसाना, सरहदें जिनà¥à¤¦à¤—ी मौत तराना । देर तो हो गयी है अंधेर ना हो, फिकà¥à¤° मिले लेकिन फरेब न हो । देके टालो या दामन बचा लो, हिलने लगी रहनà¥à¤®à¤¾à¤ˆ समà¥à¤à¤¾à¤²à¥‹ । तेरे दम पे अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ की शान है, सूफी संतों का ये बयान है । गरीब की à¤à¥‹à¤²à¥€ में à¤à¤° दो खजाना, जमाने के वाली करो ना बहाना । दर के à¤à¤¿à¤–ारी है मोहताज है हम, शहंशाहे आलम करो कà¥à¤› करम । तेरे खजाने में अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ की रहमत, तà¥à¤® सदगà¥à¤°à¥ सांई हो समरथ । आठतो धरती पे देने सहारा, करने लगे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हमसे किनारा । जब तक ये बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤¾à¤‚ड रहेगा, सांई तेरा नाम रहेगा । चाà¤à¤¦ सितारे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤•ारेंगें, जनà¥à¤®à¥‹à¤œà¤¨à¥à¤® हम रासà¥à¤¤à¤¾ निहारेंगें । आतà¥à¤®à¤¾ बदलेगी चोले हजार, हम मिलते रहेंगे हर बार । आपके कदमों में बैठे रहेंगे, दà¥à¤–ड़े दिल के कहते रहेंगे । आपकी मरजी है दो या ना दो, हम तो कहेंगे दामन ही à¤à¤° दो । तà¥à¤® हो दाता हम है à¤à¤¿à¤–ारी, सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ नहीं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ अरज हमारी । अचà¥à¤›à¤¾ चलो इक बात बता दो, कà¥à¤¯à¤¾ नहीं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पास बता दो । जो नहीं देना है इनà¥à¤•ार कर दो, खतà¥à¤® ये आपस की तकरार कर दो । लौट के खाली चला जाऊà¤à¤—ा, फिर à¤à¥€ गà¥à¤£ तो गाऊà¤à¤—ा । जब तक काया है तब तक माया है, इसी में दà¥à¤ƒà¤–ों का मूल समाया है । सब कà¥à¤› जान के अनजान हूठमैं, अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ की तू शान तेरी हूठशान में । तेरा करम सदा सबपे रहेगा, ये चकà¥à¤° यà¥à¤—-यà¥à¤— चलता रहेगा । जो पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ गायेगा सांई तेरो नाम, उसको मिले मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पहà¥à¤à¤šà¥‡ परमधाम । ये मंतà¥à¤° जो पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ नित दिन गायेंगें, राहू, केतà¥, शनि निकट ना आà¤à¤à¤—े । टल जाà¤à¤‚गें संकट सारे, घर में वास करें सà¥à¤– सारे । जो शà¥à¤°à¤¦à¥à¤˜à¤¾ से करेगा पठन, उस पर देव सà¤à¥€ हो पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ । रोग समूह नषà¥à¤Ÿ हो जायेंगें, कषà¥à¤Ÿ निवारण मनà¥à¤¤à¥à¤° जो गाà¤à¤à¤—ें । चिनà¥à¤¤à¤¾ हरेगा निवारण जाप, पल में हो दूर हो सब पाप । जो ये पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• नित दिन बांचे, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ जी घर उसके सदा बिराजै । जà¥à¤žà¤¾à¤¨ बà¥à¤¦à¥à¤˜à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ वो पायेगा, कषà¥à¤Ÿ निवारण मंतà¥à¤° जो धà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤—ा । ये मनà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ कमाल करेगा, आई जो अनहोनी तो टाल देगा । à¤à¥‚त पà¥à¤°à¥‡à¤¤ à¤à¥€ रहेंगे दूर, इस मनà¥à¤¤à¥à¤° में सांई शकà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤°à¤ªà¥‚र । जपते रहे जो मंतà¥à¤° अगर, जादू टोना à¤à¥€ हो बेअसर । इस मंतà¥à¤° में सब गà¥à¤£ समाये, ना हो à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ तो आजमाà¤à¤ । ये मंतà¥à¤° सांई वचन ही जानो, सà¥à¤µà¤¯à¤‚ अमल कर सतà¥à¤¯ पहचानो । संशय ना लाना विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ जगाना, ये मंतà¥à¤° सà¥à¤–ों का है खजाना । इस मंतà¥à¤° में सांई का वास, सांई दया से ही लिख पाया दास ।। For Daily SAI SANDESH Join our Group today Click at our Group address : http://groups.google.co.inshirdikesaibaba Current email address : shirdikesaibaba (AT) googl (DOT) com Also visit us at : http://shirdikesaibabaji.blogspot.com MANEESH BAGGA +919910819898. -- Posted By ॐ सांई राम to Shirdi Ke Sai Baba (शिर्डी के साईं बाबा) at 12/03/2009 11:38:00 AM Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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