Guest guest Posted November 10, 2009 Report Share Posted November 10, 2009 ॠसांई राम शà¥à¤°à¥€ साई बावनी जय ईशà¥à¤µà¤° जय साई दयाल, तू ही जगत का पालनहार, दतà¥à¤¤ दिगंबर पà¥à¤°à¤à¥ अवतार, तेरे बस में सब संसार! बà¥à¤°à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤šà¥à¤¯à¥à¤¤ शंकर अवतार, शरनागत का पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¾à¤§à¤¾à¤°,दरà¥à¤¶à¤¨ देदो पà¥à¤°à¤à¥ मेरे, मिटा दो चौरासी फेरे !कफनी तेरी à¤à¤• साया, à¤à¥‹à¤²à¥€ काà¤à¤§à¥‡ लटकाया,नीम तले तà¥à¤® पà¥à¤°à¤•ट हà¥à¤, फकीर बन के तà¥à¤® आठ!कलयà¥à¤— में अवतार लिया, पतित पावन तà¥à¤®à¤¨à¥‡ किया, शिरडी गाà¤à¤µ में वास किया, लोगो को मन लà¥à¤à¤¾ लिया!चिलम थी शोà¤à¤¾ हाथों की, बंसी जैसे मोहन की,दया à¤à¤°à¥€ थी आंखों में, अमृतधारा बातों में!धनà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा वो माई, समां गठजहाठसाई,जल जाता है पाप वहाठ, बाबा की है धà¥à¤¨à¥€ जहाà¤! à¤à¥à¤²à¤¾ à¤à¤Ÿà¤•ा में अनजान, दो मà¥à¤à¤•ो अपना वरदान,करà¥à¤¨à¤¾ सिंधॠपà¥à¤°à¤à¥ मेरे , लाखो बैठे दर पर तेरे!जीवनदान शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¾ पाया, ज़हर सांप का उतराया!पà¥à¤°à¤²à¤¯à¤•ाल को रोक लिया, à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को à¤à¤¯ मà¥à¤•à¥à¤¤ किया,महामारी को बेनाम किया, शिरà¥à¤¡à¤¿à¤ªà¥à¤°à¥€ को बचा लिया! पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® तà¥à¤®à¤•ो मेरे इश , चरणों में तेरे मेरा शीश,मन को आस पà¥à¤°à¥€ करो, à¤à¤µà¤¸à¤¾à¤—र से पार करो!à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥€à¤®à¤¾à¤œà¥€ था बीमार, कर बैठा था सौ उपचार,धनà¥à¤¯ साई की पवितà¥à¤° उदी, मिटा गई उसकी शय वà¥à¤¯à¤¾à¤§à¤¿!दिखलाया तà¥à¤¨à¥‡ विथल रूप, काकाजी को सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सà¥à¤µà¤°à¥‚प, दामॠको संतान दिया, मन उसका संतà¥à¤¶à¤¤ किया!कृपाधिनी अब कृपा करो, दीनà¥à¤¦à¤¯à¤¾à¤²à¥‚ दया करो,तन मन धन अरà¥à¤ªà¤£ तà¥à¤®à¤•ो, दे दो सदगति पà¥à¤°à¤à¥ मà¥à¤à¤•ो!मेधा तà¥à¤®à¤•ो न जाना था, मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® तà¥à¤®à¤•ो माना था,सà¥à¤µà¤¯à¤‚ तà¥à¤® बन के शिवशंकर, बना दिया उसका किंकर! रोशनाई की चिरागों में, तेल के बदले पानी से,जिसने देखा आंखों हाल, हाल हà¥à¤† उसका बेहाल!चाà¤à¤¦ à¤à¤¾à¤ˆ था उलà¤à¤¨ में, घोडे के कारण मन में,साई ने की à¤à¤¸à¥€ कृपा , घोडा फिर से वह पा सका!शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सबà¥à¤°à¥€ मन में रखों, साई साई नाम रटो , पà¥à¤°à¥€ होगी मन की आस, कर लो साई का नित धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ !जान का खतरा ततà¥à¤¯à¤¾à¤ का , दान दिया अपनी आयॠका,ऋण बायजा का चà¥à¤•ा दिया, तà¥à¤®à¤¨à¥‡ साई कमाल किया!पशà¥à¤ªà¤•à¥à¤·à¥€ पर तेरी लगन, पà¥à¤¯à¤¾à¤° में तà¥à¤® थे उनके मगन,सब पर तेरी रहम नज़र , लेते सब की ख़à¥à¤¦ ही ख़बर! शरण में तेरे जो आया , तà¥à¤®à¤¨à¥‡ उसको अपनाया,दिठहै तà¥à¤®à¤¨à¥‡ गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ वचन, à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लेकर आन!कण-कण में तà¥à¤® हो à¤à¤—वान, तेरी लीला शकà¥à¤¤à¤¿ महान,कैसे करूठतेरे गà¥à¤£à¤—ान , बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¹à¥€à¤¨ मैं हूठनादान!दीनà¥à¤¦à¤¯à¤¾à¤²à¥‚ तà¥à¤® हो हम सबके तà¥à¤® हो दाता , कृपा करो अब साई मेरे , चरणों में ले ले अब तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡!सà¥à¤¬à¤¹ शाम साई का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ , साई लीला के गà¥à¤£à¤—ान,दृढ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से जो गायेगा , परम पद को वह पायेगा!हर दिन सà¥à¤¬à¤¹ शाम को, गाठसाई बवानी को,साई देंगे उसका साथ , लेकर हाथ में हाथ! अनà¥à¤à¤µ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¤à¥€ के यह बोल, शबà¥à¤¦ बड़े है यह अनमोल,यकीन जिसने मान लिया , जीवन उसने सफल किया !साई शकà¥à¤¤à¤¿ विराट सà¥à¤µà¤°à¥‚प , मन मोहक साई का रूप,गौर से देखों तà¥à¤® à¤à¤¾à¤ˆ, बोलो जय सदगà¥à¤°à¥ साई!॥अनंत कोटी बà¥à¤°à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤‚ड नायक राजाधिराज योगीराज परं बà¥à¤°à¤®à¥à¤¹à¤‚ शà¥à¤°à¥€ सचà¥à¤šà¤¿à¤¦à¤¾à¤¨à¤‚द सदगà¥à¤°à¥‚ शà¥à¤°à¥€ साईनाथ महाराज की जय ॥ ॥शà¥à¤°à¥€ सचà¥à¤šà¤¿à¤¦à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सदगà¥à¤°à¥Â साईनाथ महाराज की जय ॥॥शà¥à¤°à¥€ सदगà¥à¤°à¥ साईनाथपरà¥à¤£à¤®à¤¸à¥à¤¤à¥ । शà¥à¤à¤‚ à¤à¤µà¤¤à¥ ॥  For Daily SAI SANDESHJoin our Group todayClick at our Group address : http://groups.google.co.inshirdikesaibaba Current email address : shirdikesaibaba (AT) googl (DOT) comAlso visit us at : http://shirdikesaibabaji.blogspot.com Sent from Delhi, DL, India Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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