Guest guest Posted September 13, 2009 Report Share Posted September 13, 2009 साईं राम ....आज का विचार हम मे से कितने लोग दया करते हे,हम थोडा पेसा मिलने पर,थोडी ऊंची पदवी मिलने पर जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उस नशे मे खो जाते हे, ओर फ़िर अपने से छोटे को तà¥à¥à¤šà¥à¤› समठकर,कमजोर समठकर,उस पर दया के वजाये कामो का बोठडाल देते हे, जेसे हमारे घर मे काम करने वाले नोकर, कà¤à¥€ आप ने उस पर दया की हे,१५,२० घनà¥à¤Ÿà¥‡ काम करता हे?अगर आप अधिकारी हे कà¤à¥€ आप ने अपने से नीचे वाले पर दया की हे?à¤à¤• बार आप निसà¥à¤µà¤°à¥à¤¥ à¤à¤¾à¤µ से किसी पर दया कर के देखो..आज का चिंतनदया का फलअरब देश के सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ नाम का à¤à¤• बादशाह था, यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ मे वह à¤à¤• बहादà¥à¤° सिपाहई था, ओर उसे शिकार का बहà¥à¤¤ शोक था,ओर जब à¤à¥€ मोका मिलता वह शिकार पर जरà¥à¤° जाता, à¤à¤• बार वह शिकार की खोज मे बहà¥à¤¤ à¤à¤Ÿà¤•ा लेकिन उस के हाथ कà¥à¤š ना लगा, जब वह वापिस लोट रहा था तो उसकी नजर à¤à¤• हिरनी पर पडी जो अपने बचà¥à¤šà¥‡ कॊ पà¥à¤¯à¤¾à¤° से चाट रही थी.सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ ने सोचा खाली हाथ लोतने से अचà¥à¤›à¤¾ हे कà¥à¤› तो साथ ले चलू,ओर वह घोडे से निचे उतरा, आहट सà¥à¤¨ कर हिरनी तो à¤à¤Ÿ से à¤à¤¾à¤— गई लेकिन हिरनी का बचà¥à¤šà¤¾ मां जितनी फ़à¥à¤°à¤¤à¥€ ना दिखा पाया, ओर सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ के हाथ लग गया, सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ ने उसे बाधं कर घोडे की पीठपर लाद दिय ओर चल पडा घर की ओर,बहà¥à¤¤ दà¥à¤° जाने पर किसी आहट को सà¥à¤¨ कर सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ ने पीछे मà¥à¤¡ कर देखा तो वह हिरनी सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ के पीछॆ पीछे आ रही थी, ओर आंखो मे आंसॠà¤à¤°à¥‡ थे, उदास सी, फ़िर खडी हो कर सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ को कातर नजरो से देखने लगी, जेसे ममता की à¤à¥€à¤– मांग रही हो,सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ को हिरनी की यह हालात देख कर दया आ गई, ओर उसने हिरनी के बचà¥à¤šà¥‡ को छोड दिया,बचà¥à¤šà¤¾ पा कर हिरनी बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶ हà¥à¤¯à¥€, ओर जाते जाते जेसे खामोश नजरो से सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ को धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ दे गई होउसी रात सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ को à¤à¤• सपना आया उस ने देखा à¤à¤• देवदà¥à¤¤ कह रहा हे सà¥à¤¬à¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¨ तà¥à¤¨à¥‡ आज à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही अचà¥à¤›à¤¾ काम किया हे, à¤à¤• असहाय पशॠपर दया करके, इस लिये खà¥à¤¦à¤¾ ने तेरा नाम बादशाहो की सà¥à¤šà¥€ मे लिख दिया हे,तॠà¤à¤• दिन अवशà¥à¤¯ बादशाह बने गा, ओर उसका सपना सच मे सच हो गया, à¤à¤• दिन वह बादशाह बन गया.हे तो यह à¤à¤• कहानी ही, लेकिन इस से हमे शिकà¥à¤·à¤¾ मिलती हे की हमे कà¤à¥€ à¤à¥€ असहयो पर जà¥à¤²à¤® नही करना चहिये, चाहे वो मनà¥à¤·à¥à¤¯ हो या जानवार , जो लोग असहयो पर दया करते हे, मदद करते हे à¤à¤—वान साईं नाथ उन से हमेशा पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होते हे।बाबा की कृपा आप सब परबनी रहे यही कामना करते है हम ....जय साईं रामनिमà¥à¤®à¥€ हीरा http://saidwarkamai.blogspot.com//forum .com Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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