Guest guest Posted December 6, 2009 Report Share Posted December 6, 2009 मेरे घर के आगे साइनाथ तेरा मंदिर बन जाà¤à¤œà¤¬ खिड़की खोलू तो तेरे दरà¥à¤¶à¤¨ हो जाठ|| मेरे ||जब आरती हो तेरी मà¥à¤à¥‡ घंटी सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देमà¥à¤à¥‡ रोज सवेरे साइनाथ तेरी सूरत दिखाई देजब à¤à¤œà¤¨ करे मिल कर रस कानों में घà¥à¤² जायेजब खिड़की खोलू थो तेरे दरà¥à¤¶à¤¨ हो जाà¤à¤†à¤¤à¥‡ जाते बाबा मै तà¥à¤®à¤•ो मै पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करूजो मेरे लायक हो कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ काम करूतेरी सेवा करनेसे मेरी किसà¥à¤®à¤¤ खà¥à¤² जाà¤à¤œà¤¬ खिड़की खोलू थो तेरे दरà¥à¤¶à¤¨ हो जाà¤à¤¨à¤œà¤¦à¥€à¤•ी रहेंगे थो आना जाना होगाअब à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का बाबा मिलना à¤à¥à¤²à¤¨à¤¾ हूगासब साथ रहे बाबा जलà¥à¤¦à¥€ वो दिन आयेजब खिड़की खोलू थो तेरे दरà¥à¤¶à¤¨ हो जायेमेरे घर के आगे साइनाथ तेरे मंदिर बन जाठQuote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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