Guest guest Posted February 22, 2007 Report Share Posted February 22, 2007 आदरणीय शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ जी तथा उमेश जी, सादर नमसà¥à¤•ार, आज कल हमारे गà¥à¤°à¥à¤ª में कà¥à¤› बहà¥à¤¤ ही खास विषयों पर परिचरà¥à¤šà¤¾ हो रही है. इसी विचार विमरà¥à¤¶ के दौरान यह देखा गया कि हम अपने गà¥à¤°à¥à¤ª के नियमों को अनदेखा कर रहे हैं. आप सà¤à¥€ लोग बहà¥à¤¤ ही विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ तथा लाल किताब के मà¥à¤–à¥à¤¯ उचà¥à¤š विचार धारकों में से à¤à¤• माने गये हैं.सà¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ आप को बहà¥à¤¤ ही समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की नज़र से देखते हैं. लेकिन पिछले कà¥à¤› संदेशों के आदान पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ के समय यह देखा गया कि कà¥à¤› अपनी पिछà¥à¤²à¥€ धारणाठ" ं के चलते हमें पता ही नहीं चला कि हम अपनी सीमायें कब लांघ गये. यह सीमाà¤à¤ हमने खà¥à¤¦ ही अपने लिये मà¥à¤•रर की हैं ताकि हम सà¤à¥€ à¤à¤• पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¥à¤«à¤¾à¤°à¥à¤® के तले à¤à¤• जà¥à¤Ÿ हो कर उस महान गà¥à¤°à¤‚थ पर विवेचन कर सकें जो कि à¤à¤• महान आतà¥à¤®à¤¾ ने लोक कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिये लिखा है. आइये आज से हम सब कà¥à¤› à¤à¥à¤²à¤¾ कर फिर से अपने मक़सद पर चल पढें. अगर कà¥à¤› किसी के साथ कोई गलतफहमी à¤à¥€ हो जावे तो टेलीफोन से बात कर के उसे दूर कर ली जावे. इस पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर इसे न लिया जावे. आप का समय तथा योगदान हमारे लिये बहà¥à¤¤ ही कीमती है. कृपया इसे गà¥à¤°à¥à¤ª के मक़à¥à¤¸à¤¦ के लिये बचा कर रखें. बीच में रोकने के लिये कà¥à¤·à¤®à¤¾ चाहता हूठधनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ निरà¥à¤®à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤œ Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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